Sunita Chhabra

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जनूनी लड़की





विषय जनूनी लड़की

                   जुनून क्या होता है?

किसी भी चीज को पाने की लालसा। उसको पाने की चाह में इस तरह का पागलपन कि जब तक वह न मिल जाए, मां को सुकून नहीं मिलता।
              जुनून किसी भी चीज का हो सकता है। चाहे प्यार का हो, घर बनाने का हो यह अपने करियर का हो। जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो, तब तक उसके लिए जूझते रहना।
                जुनून में उम्र मायने नहीं रखती है।
यह 2 साल की उम्र में भी शुरू हो सकता है और 60 साल की उम्र में भी।
                अक्सर लड़कियों का जुनून बड़ी अवस्था तक चलता है और शुरू भी होता है।
                 जब जुनून उठना है तो सुविधा मायने नहीं रखती हैं। जब झांसी की रानी को विजय प्रताप का जन्म उठा तब उन्होंने छोटे से बच्चे को भी अपनी पीठ पर बांधकर युद्ध प्रारंभ किया किया। अपना नाम इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित किया।
                     मैंने उसे 2 वर्ष की अबोधवलिका में फुटबॉल का जुनून देखा। जो की सुविधा न होने पर भी फुटबॉल खरीदने को पैसे नहीं थे ना ही थे जूते। फिर भी पुराने कपड़ों की गेंद बना टूटे हुए घिसे हुए जूते को पहन अभ्यास प्रारंभ किया। अंत में विश्व चैंपियन बन नाम कमाया।
                     और उसे लड़की के बारे में क्या कहूं उसका जन्म तो ऐसा था की शादी हो गई बच्चे हो गएऔर बच्चे अपने-अपने कामों में कामयाब भी हो गए पर उसके सपने अधूरे रह गए थे।
                   अब उसका जुनून फिर से उभर उठा उसने अपने सपनों के विषय में सोचा। वह जुनून उसे पर इतना हावी हो गया कि उसने अपने सपनों को पूरा करने के लिए दिन रात एक करके दिलो जान से मेहनत की और सफलता के मुकाम को पा लिया।
                 जुनून एक ऐसा कीड़ा है जो जीवन भर दिमाग से नहीं निकलता जब तक की सफलता प्राप्त नहीं होती सपने पूरे नहीं होते। जनूनी जुनून लड़की को जब भी मौका मिलता है वह अपने कार्य में सफल हो जाती है।
              जुनून अच्छी चीज का होता है तो वह विरोध को भी जन्म दे देता है। गांव में कोई चिकित्सा केंद्र ना होने पर कितनी सुविधाएं होती हैं। यह देख जब उसे लड़की ने डॉक्टर बनने का निश्चय किया तो घर और गांव के लोगों ने विरोध करा पढ़ने को मना तब उसके जुनून ने उसे पर हावी होकर सफलता प्राप्त करने को कहा। अंत में उसने सफलता पाई और डॉक्टर बन गांव में आई। 
                   उसे डॉक्टर बनने की इसी जुनून ने उसे कामयाबी। दी और उसका नाम रोशन हुआ।
                   ऐसी जुनून से भारी अनेकों कहानी है। जननी आदमी को हमेशा सफलता मिलती है।  
                                    रचयिता
                                 सुनीता छाबड़ा







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4 Comments

Shnaya

07-Feb-2024 07:46 PM

Nice

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Milind salve

05-Feb-2024 02:33 PM

Nice

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Gunjan Kamal

03-Feb-2024 11:27 PM

शानदार

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